कहानी संग्रह >> लौट आई थी वह लौट आई थी वहआशा साकी
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कहते हैं कि यदि धरती की कोख में दाने को बीज दिया जाए तो वह देर सबेर जमीन में जगह बनाकर अपने आप कोंपल के रूप में बाहर निकल आता है और फिर अनजाने ही उसके सींचने से वह एक पौधे के रूप में प्रकट हो जाता है और दिखाई देने लगता है।
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